चेन्नई।
सरकारी बैंकों के निजीकरण और विलय के खिलाफ कर्मचारी यूनियनों ने 22 अगस्त को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। ऑल इंडिया बैंक इम्प्लॉईज एसोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सीएच वेंकटाचलम ने यह जानकारी दी। एआईबीईए नौ बैंक यूनियनों का प्रतिनिधित्व करता है।
यूनियन के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा कि नौ बैंक यूनियनों तथा सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाली अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने विभिन्न मांगों को लेकर 22 अगस्त को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि यह हड़ताल विलय के अलावा बैंकों के फंसे कर्जों को बट्टे खाते में नहीं डालने जैसी मांगों के विरोध में की जा रही है। बैंकों के लगभग 10 लाख कर्मचारी इस हड़ताल में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने कहा कि इस हड़ताल का नोटिस कुछ दिन पहले ही दे दिया गया था। यूएफबीयू समेत बैंकिंग क्षेत्र के नौ यूनियनों ने इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) से अनुरोध किया है कि वेतन संशोधन समेत अन्य मुद्दों का जल्दी समाधान किया जाए।