भोपाल।
आरपीएम गो-कार्ट के संचालक और पनामा पेपर्स से चर्चित हुए संजय विजय सिंह शिंदे के यहां आयकर छापे में फॉरेन अकाउंट (विदेशी खाते) का खुलासा हुआ है। इस खाते में शिंदे के कालेधन के रूप में जमा 30 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम मिली है जो उसने भोपाल आने के पहले गोवा के बिजनेस से कमाई थी। विदेशी खाते में मध्यभारत के किसी बिजनेसमैन की राशि मिलने का यह पहला मामला बताया जा रहा है। उधर, रमतानी-सरैया के यहां संपत्ति के बेहिसाब दस्तावेज मिले, जिनमें बेनामी संपत्ति की भी आशंका है। वहीं शिंदे या रमतानी-सरैया के यहां मिले लॉकर मंगलवार के बाद खोले जाएंगे।
आयकर विभाग की मप्र-छग इकाई को मिली इस सफलता में दोनों राज्यों के करीब 200 अधिकारी-कर्मचारी पिछले तीन दिन से छापे की कार्रवाई में लगे थे। सूत्र बताते हैं कि मध्यभारत में मिले शिंदे के विदेशी खाते में जमा राशि 2012-13 तक की है। यह राशि उसने कई सालों में खाते में जमा की। गोवा या भोपाल में अब तक शिंदे के धंधे में कोई दूसरे व्यक्ति के लिंक सामने नहीं आए हैं। आयकर ने छापे की कार्रवाई पूरी करते हुए उसके यहां के दस्तावेजों को सील कर दिया है।
विकास-संतोष रमतानी-प्रदीप सरैया के यहां भी आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई पूरी कर ली है। सूत्र बताते हैं कि रमतानी के यहां करीब 20 करोड़ तो सरैया द्वारा करीब 10 करोड़ रुपए की कर चोरी का पता चला है। इन लोगों के यहां भी संपत्ति के बड़ी संख्या में दस्तावेज मिले हैं, जिनमें से कुछ बेनामी संपत्ति होने की आशंका है। दोनों परिवारों के यहां भी रिकॉर्ड को सील कर दिया गया है।