अगरतला |
तृणमूल कांग्रेस से बर्खास्त किए गए त्रिपुरा के छह विधायक सोमवार को औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गए। इन लोगों ने 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार राम नाथ कोविंद को वोट दिया था। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भाजपा के उत्तर पूर्व डेमोक्रैटिक अलायंस (एनईडीए) संयोजक हिमंत बिश्व शर्मा, प्रदेश भाजपा प्रमुख बिप्लब कुमार देब और प्रदेश पार्टी पर्यवेक्षक सुनील देवधर ने इन छह विधायकों का स्वागत किया।
इन विधायकों का नेतृत्व त्रिपुरा विधानसभा में विपक्ष (कांग्रेस) के पूर्व नेता सुदीप रॉय बर्मन कर रहे थे। सुदीप के अलावा अन्य विधायकों में आशीष कुमार साहा, दीबा चंद्र ह्रंगखॉल, बिश्व बंधु सेन, प्राणजीत सिंह रॉय और दिलीप सरकार शामिल हैं। इन विधायकों ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से 5 अगस्त को दिल्ली में मुलाकात की थी। विधायकों के साथ ही इनके 25 हजार समर्थक भी बीजेपी के सदस्य बन गए। तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने 3 जुलाई को कहा था कि पार्टी इन छह विधायकों से कोई संबंध नहीं रखेगी।
गौरतलब है कि 2016 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का वाम दल से चुनावी गठजोड़ करने के विरोध में ये छह विधायक कांग्रेस छोड़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। बर्मन ने कहा कि जब कांग्रेस ने वाम मोर्चा की सरकार हटाने में हमारे आंदोलन में हमसे दगा किया तब हमने सोचा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी हमारे मिशन में मदद करेंगी लेकिन हमने पाया कि वह सोनिया गांधी और सीताराम येचुरी की करीबी हो गईं। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि त्रिपुरा में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है और महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ गए हैं। वाम मोर्चा सरकार को एक क्षण भी सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है।