इंदौर |
सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र के प्रभावितों के लिए उचित पुनर्वास की मांग को लेकर मध्यप्रदेश के धार जिले के चिखल्दा गांव में अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर (62) और उनके साथ उपवास पर बैठे अन्य लोगों को पुलिस ने 12वें दिन सोमवार को धरना स्थल से उठाकर इंदौर, बड़वानी और धार के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया है।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
नर्मदा घाटी के डूब प्रभावितों को मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई का इंतजार है। पुनर्वास को लेकर उन्हें तारीख आगे बढ़ने की उम्मीद है। इससे पहले 31 दिसंबर को चीफ जस्टिस जेएस खेहर ने तारीख आगे बढ़ा दी थी।
शिवराज बोले, अस्पताल में भर्ती कराया, गिरफ्तार नहीं
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, गिरफ्तार नहीं किया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ मैं संवेदनशील व्यक्ति हूं। चिकित्सकों की सलाह पर मेधा पाटकर जी व उनके साथियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, गिरफ्तार नहीं किया गया है।’’ उन्होंने कहा कि मेधा पाटकर और उनके साथियों की स्थिति हाई कीटोन और शुगर के कारण चिंतनीय थी। इनके स्वास्थ्य और दीर्घ जीवन के लिए हम प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विस्थापितों के पुनर्वास के लिए प्रदेश सरकार ने नर्मदा पंचाट व सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन के साथ 900 करोड़ रुपए का अतिरिक्त पैकेज देने का काम किया।