नई दिल्ली |
उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकेत दिए हैं कि एम. वेंकैया नायडू के उपराष्ट्रपति बनने के बाद अब राज्यसभा में भी नजारा बदलेगा। उन्होंने एनडीए सांसदों से भी कहा कि वे अगले पांच साल तक नायडू के साथ खड़े रहें और राज्यसभा में बहस का स्तर सुधारने में मदद करें। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने एम. वेंकैया नायडू के भाषणों और लेखों के संकलन का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम में बीजेपी और एनडीए के घटक दलों के सांसदों के अलावा पार्टी के सीनियर लीडर, मंत्री भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम में डमी वोटिंग कराकर सांसदों को बताया गया कि उन्हें किस तरह से वोट देना है ताकि शनिवार को वोटिंग के वक्त किसी गलती की वजह से सांसदों के वोट रिजेक्ट होने की संभावनाओं को टाला जा सके।
बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह से आजादी से पहले के पांच साल में चमत्कारिक बदलाव हुए थे, जिससे देश को आजादी मिली। वैसे ही अगले पांच वर्ष का कालखंड होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह संभवत: पहला अवसर है, जबकि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष एक ही कुनबे के हैं। यही वजह हे कि अब उम्मीद है कि हम लोग इस देश को बहुत कुछ दे पाएंगे।