पटना |
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को आज एक और झटका लगा जब बिहार विधान परिषद में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को विपक्ष के नेता का दर्जा देने की मांग ठुकरा दी गई। विधान परिषद के उप सभापति हारुण रशीद ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को विधान परिषद में विपक्ष के नेता का दर्जा देने की मांग ठुकरा दी। उन्होंने बताया कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे ने परिषद में राजद को मुख्य विपक्षी पार्टी और राबड़ी देवी को विपक्ष के नेता का दर्जा देने के लिए अनुरोध पत्र भेजा था लेकिन तय नियम पूरा नहीं होने के कारण उनके आग्रह को अस्वीकृत कर दिया गया है। इससे संबंधित पत्र पूर्वे को भेज भी दिया गया है।
रशीद ने कहा कि नियम के अनुसार परिषद में मुख्य विपक्षी दल का दर्जा के लिए सदस्यों की संख्या कम से कम नौ होनी चाहिए लेकिन राजद के पास अभी मात्र सात सदस्य ही हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के किसी दल के पास इसके लिए जरूरी सदस्य संख्या नहीं होने के कारण परिषद में प्रतिपक्ष के नेता का पद खाली रहेगा। उप सभापति के इस फैसले के बाद राबड़ी देवी ने उनसे उनके कक्ष में जाकर मुलाकात भी की। बाद में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर हुआ है। उन्होंने नीतीश सरकार पर दुर्भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वक्त आने पर वह इसका जवाब देंगी।