इंदौर।
क्राइम ब्रांच ने हथियारों की खरीद-फरोख्त में लिप्त गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना निजी स्कूल का स्पोर्ट्स टीचर है। वह सवा सौ से ज्यादा कट्टे और पिस्टल बेच चुका है। आरोपियों में ठेकेदार, जॉब प्लेसमेंट ऑफिसर, व्यवसायी और सिकलीगर शामिल हैं। इनसे 18 कट्टे, पिस्टल और रिवॉल्वर जब्त की है। आरोपियों के तार नीमच और राजस्थान के तस्करों से भी जुड़े हुए हैं।
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि ऋषि कॉलोनी महू निवासी हेमंत उर्फ बंटी हथियारों की खरीद-फरोख्त में शामिल है। वह उमरठी (बड़वानी) के सिकलीगर अजय से हथियार खरीदकर बेचता है। टीम ने उसके घर दबिश दी और कट्टे, पिस्टल और रिवॉल्वर सहित उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह निजी स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर है।
वह तीन साल से अवैध हथियारों की सप्लाई कर रहा है। वह अभी तक सवा सौ से ज्यादा हथियार बेच चुका है। पुलिस ने उसके ग्राहकों की सूची तैयार की और अनिलसिंह चौहान निवासी विश्वास नगर महू, रामपाल जाट (ठेकेदार) निवासी काकड़पुरा महू, बद्रीलाल जाट (आढतिया) निवासी तिल्लौर खुर्द, महेश जाट निवासी तिल्लौर खुर्द, फिरोज खान निवासी धंधेरिया रोड नीमच और सिकलीगर अजय को गिरफ्तार कर लिया।
एएसपी (क्राइम) अमरेंद्र सिंह के मुताबिक पुलिस ने पिछले दिनों हथियार माफिया राजेंद्र सिकलीगर को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उससे जब्त सिम की कॉल डिटेल निकालकर डी कॉड की। छानबीन में मिले संदिग्ध नंबरों के मोबाइल धारकों की कई दिनों तक खुफिया जानकारी जुटाई गई।
टीम ने बताया हेमंत का संपर्क हथियार माफिया मलखान राजेंद्र से है। वह तीन से चार हजार रुपए तक कमीशन लेकर हथियार बेचता है। पुलिस के मुताबिक गिरोह में शामिल अनिल जॉब प्लेसमेंट ऑफिसर है। उसका गुडकल चौराहा चोपाटी महू में ऑफिस है।
रामपाल का मकान बनाने का काम है, जबकि महेश भैंस खरीदने-बेचने का कारोबार करता है। फिरोज प्रॉपर्टी ब्रोकर है। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। उसका संपर्क नीमच और राजस्थान के तस्करों से है। पूर्व में भी उसके द्वारा बेचे गए हथियार पकड़े जा चुके हैं।