मुंबई।
महाराष्ट्र की देवेंद्र फड़नवीस सरकार एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरती दिख रही है। मुख्यमंत्री ने आरोपों से घिरे एक अधिकारी की जांच के आदेश दे दिए हैं। जबकि अपने मंत्री पर लग रहे आरोपों को वह राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित बता रहे हैं।
महाराष्ट्र के गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता एक साथ दो आरोपों से घिरते दिख रहे हैं। बुधवार को विधान परिषद में नेता विरोधी दल धनंजय मुंडे ने झोपड़पट्टी पुनर्विकास प्राधिकरण में भ्रष्टाचार का मसला उठाया था। उनका आरोप था कि दक्षिण मुंबई के ताड़देव इलाके में एमपी मिल की भूमि पर विकास के मामले में मुंडे ने आरोप लगाया था कि प्रकाश मेहता ने मुख्यमंत्री के नाम का दुरुपयोग कर भवननिर्माता को 800 करोड़ रुपयों का लाभ पहुंचाया।
यह मामला ठंडा भी नहीं हो पाया कि विधानसभा में नेता विरोधी दल राधाकृष्ण विखे पाटिल ने प्रकाश मेहता पर एक नया आरोप मढ़ दिया है। पाटिल का कहना है कि मेहता ने बिल्डर से छीना गया 18,902 वर्ग मीटर का भूखंड म्हाडा से वापस लेकर एक विकासकर्ता को दे दिया है। गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता के अलावा एक वरिष्ठ नौकरशाह भी फंसते दिखाई दे रहे हैं।