नई दिल्ली।
केंद्र सरकार देश में बड़े पैमाने पर बाइक टैक्सी सेवा लांच करने की योजना बना रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सरकार एक ऐसा एप पेश करने की तैयारी में जुटी है। इसमें आवाजाही का यह नया और सस्ता तरीका भी शामिल होगा। बाइक टैक्सियां न केवल दिल्ली, मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में भीड़भरी सड़कों पर कारगर साबित होंगी, बल्कि इनसे ग्रामीण इलाकों में भी लोगों को यातायात की सस्ती सुविधा मिल सकेगी। बाइक टैक्सियां देश में कुछ जगहों पर पहले ही शुरू की जा चुकी हैं, मगर ज्यादातर यह पहल निजी कंपनियों की ओर से की गई है।
गडकरी ने कहा, ‘हम बाइकों को टैक्सियों के रूप में पेश करने की योजना तैयार करने में जुटे हैं। हम एक कैब एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म शुरू करने जा रहे हैं। इस प्लेटफॉर्म पर यात्री परिवहन का कोई भी तरीका चुन सकता है।इसमें बाइक टैक्सी भी शामिल होगी। विशेषज्ञ और नीति नियोजक पहले ही इस मामले में प्रजेंटेशन दे चुके हैं। इसके ब्योरे और तौर-तरीकों पर तेजी से काम चल रहा है।’
लाखों युवाओं को मिलेगा रोजगार बाइक टैक्सी को रोजगार से जोड़ते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में रोजगार की कमी एक बड़ी समस्या है। हमारी सरकार की प्राथमिकता रोजगार मुहैया कराना है। आज देश में 22 लाख ड्राइवरों की कमी है। बाइक बतौर टैक्सियां न केवल सस्ती यात्रा सुविधा मुहैया करा सकती हैं, बल्कि इनके जरिये लाखों युवकों को रोजगार भी हासिल हो सकता है। जल्द ही देश में 2,000 ड्राइवर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोले जाएंगे। स्थानीय युवकों को इनमें पर्याप्त प्रशिक्षण देने के बाद बाइक टैक्सी चलाने के पेशे में उतरने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
पिछले हफ्ते ही सड़क परिवहन मंत्री ने स्पष्ट कर दिया था कि देश में ड्राइवरलेस (बिना ड्राइवर वाली) कारों के संचालन की अनुमति नहीं दी जाएगी, क्योंकि इससे बेरोजगारी फैलेगी। उलटे युवाओं को ड्राइविंग का पर्याप्त प्रशिक्षण देकर 50 लाख लोगों को रोजगार का इंतजाम किया जाएगा।