नई दिल्ली |
बिहार में जारी घमासान के बीच जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव की चुप्पी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। माना जा रहा है कि यादव नीतीश कुमार के महागठबंधन तोड़कर एनडीए खेमे में जाने से नाराज हैं। वहीं आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का दावा है कि शरद यादव से उनकी बात हुई है। लालू ने कहा कि नीतीश द्वारा विश्वास मत हासिल करने के बाद शरद ने उनको फोन किया और कहा कि वह लालू के साथ हैं। नीतीश की ओर से विधानसभा में विश्वास मत साबित करने के बाद लालू ने यह दावा किया।
नीतीश के फैसले से कई सांसद नाराज
सूत्रों के अनुसार नीतीश के इस कदम से नाराज यादव ने पार्टी के सांसदों और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। माना जा रहा है कि नीतीश ने बिना पार्टी नेताओं से सलाह मशविरा किए ही यह फैसला लिया। इस फैसले से कई सांसद और विधायक नाराज हैं। जेडीयू के सांसद वीरेंद्र कुमार और अली अनवर सार्वजनिक तौर पर अपनी नाराजगी जाहिर भी कर चुके हैं। गौरतलब है कि 26 जुलाई देर शाम नीतीश कुमार ने राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया था। उसके बाद भाजपा ने उन्हें बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा भी कर दी। बिहार का महागठबंधन टूटने के बाद ही यादव ने चुप्पी साधी रखी। वह पिछले कुछ महीनों से संसद में भी चुपचाप दिखे।