भोपाल।
अतिथि शिक्षकों को नौकरी में प्राथमिकता देने के फैसले में देरी की वजह से प्रदेश में 31 हजार 645 संविदा शिक्षकों की भर्ती अटकी हुई है। स्कूल शिक्षा विभाग दो प्रस्ताव पहले भेज चुका है। हाल ही में तीसरा प्रस्ताव भेजा है, जिसमें अतिथि शिक्षकों को भर्ती के लिए आयु सीमा में अधिकतम दस साल की छूट देने को कहा है। इसके मुताबिक भर्ती नियमों में बदलाव भी कर दिया है, जो परीक्षण के लिए सामान्य प्रशासन विभाग भेजे गए हैं। प्रदेश में अतिथि शिक्षकों की संख्या 50 हजार से ज्यादा है।
प्रदेश में शिक्षकों की कमी का आंकड़ा फिर बढ़ गया है। डेढ़ साल पहले 41 हजार 218 पद खाली थे। अब ये आंकड़ा 46 हजार को पार कर गया है। डेढ़ साल में करीब साढ़े चार हजार शिक्षक रिटायर हो चुके हैं। उधर, सरकार संविदा शिक्षकों की भर्ती में देरी कर रही है।
अव्वल तो खाली पदों के अनुपात में पद नहीं दिए जा रहे हैं। कैबिनेट ने 9 हजार 560 पद कम कर दिए हैं। इतने पर भी अतिथि शिक्षकों को दिए जाने वाले फायदे को लेकर सरकार निर्णय नहीं ले पा रही है। जिससे इस साल संविदा शिक्षकों की भर्ती की उम्मीद नहीं है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने 2013 में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले प्रदेश में संविदा शाला शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की थी। भर्ती नियम तैयार करते-करते चुनाव भी हो गए। इसके बाद से सरकार दो बार नियम जारी कर चुकी है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) 3 बार परीक्षा की संभावित तारीखें घोषित कर चुका है।