दंतेवाड़ा।
शहीदी सप्ताह से पूर्व ही नक्सलियों का उत्पात शुरु हो गया है। कटेकल्याण ब्लॉक के बाद बीती रात किरंदुल के मलांगिर मार्ग में पेड़ काट रास्ता बाधित किया। बड़े-बड़े पेट काट तीन स्थानों पर डाल दिए थे। इससे क्षेत्र के करीब 20 गांव के ग्रामीण और शासकीय कर्मचारी सुबह गंतव्य तक नहीं पहुंच सके।
मार्ग बाधित होने की सूचना पर गुरुवार को फोर्स ने मौके पर पहुंच पेड़ हटाया और मार्ग बहाल किया। हालांकि पुलिस ने बाधित मार्ग में किसी तरह के नक्सली पर्चा मिलने से इंकार किया है। लेकिन 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मनाए जाने के जिक्र वाले पर्चे जिलों में बरामद हो चुके हैं।
माना जा रहा है कि नक्सली शहीदी सप्ताह की तैयारी में जुटे हैं और फोर्स को अंदरूनी क्षेत्रों में पहुंचने से रोकने के लिए मार्ग बाधित कर रहे हैं। ज्ञात हो कि दो-तीन दिन पहले ही एटेपाल के पास सड़क खोदकर बड़ेगुडरा मार्ग को बाधित किया था। जिस पर अभी मिट्टी नहीं भरी जा सकी है।
इधर गुरुवार को मलांगिर मार्ग में तीन स्थानों पर पेड़ काटकर बाधित करने से लोग परेशान हुए। क्षेत्र के करीब 20 गांव की आवाजाही प्रभावित हुई। सबसे ज्यादा परेशान स्कूल जाने वाले शिक्षक और एनएमडीसी के कर्मचारी हुए। क्षेत्र के गुमियापाल, हिरोली, आलनार, कुटरेम जैसे एक दर्जन से अधिक गांव पहुंचने वाले शिक्षक बीच रास्ते से वापस लौट आए। कुछेक स्कूल एकल शिक्षकीय हैं, जहां शिक्षक नहीं होने से आज पढ़ाई भी नहीं हुई। हालांकि फोर्स ने दोपहर तक मार्ग सुचारू कर दिया था। बावजूद दहशत से कम लोग ही इस मार्ग से गुजरे।