अहमदाबाद।
भयंकर जल त्रासदी झेल रहा बनासकांठा अब शव उगलने लगा है, धानेरा के पास रुणी गांव के एक घर से 17 शव निकाले गए जो बाढ़ के पानी से काल के गाल में समा गये।
बाढ़ के हालात में उनके पास प्रशासन कोई मदद नहीं पहुंचा सका। मरने वाले सभी एक ही परिवार के पांच भाईयों के परिजन हैं। जलप्रलय से राज्य में मरने वालों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है वहीं हजारों मवेशियों के बहने की खबर है।
बनासकांठा में रात व बचाव कार्य के लिए अब नौसेना को भी बुला लिया गया है। जामनगर व पोरबंदर से नौसेना व एनडीआरएफ की टीमें यहां ग्रामीणों को बचाने में जुट गई है। वायुसेना के दस हेलीकॉप्टर, एनडीआरएफ की करीब 15 टीमें, बीएसएफ व सेना के 200 जवान यहां पहले से राहत कार्य में जुटे हुए हैं।
थरा गांव के पास रुणी गांव में एक ही मकान से 17 शवों के मिलने के बाद मरने वालों की संख्या सौ के पार हो गई है, नदी के तट व गांवों में अभी और कई शव मिलने की आशंका है जबकि हजारों मवेशियों के बहने की खबरें आ रही हैं।
वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला ने प्रधानमंत्री के 500 करोड़ के राहत पैकेज को नाकाफी बताते हुए इसे 200 करोड़ और बढाने की मांग की है, उन्होंने बाढ़ व भारी बरसात के चलते हुई जान-माल के नुकसान के लिए सरकार व प्रशासन को जिम्मेदार बताया है।