बड़वानी।
सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित इलाके में आ रहे गांधी स्मारक को हटाने के लिए गुरुवार अल सुबह 4 बजे पहुंचे। उन्होंने जेसीबी से खोदकर अस्थि कलश बाहर निकाल लिए। इस दौरान मेधा पाटकर और नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और बिना कोई जानकारी के स्मारक हटाने को लेकर हंगामा किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पंचनामा बनाए अस्थि कलश ले जाए जा रहे थे। करीब 2 घंटे तक विरोध के बाद प्रशासन वहां से हट गया। लोगों का कहना था कि अस्थि कलश को सम्मान पूर्वक दूसरे स्थान पर ले जाना चाहिए था, लेकिन प्रशासन ने अल सुबह उन्हें खोद लिया और वहां से दूसरे स्थान पर ले जाने लगे।
गांधी स्मारक को लेकर प्रभावित और प्रशाासन आमने-सामने
जिला प्रशासन ने बुधवार को दावा किया है कि राजघाट स्थित गांधी स्मारक के लिए आवंटित भूखंड पर किसी तरह का कोई निर्माण नहीं चल रहा है। वहीं कुकरा के प्रभावितों का कहना है कि तत्कालीन कलेक्टर चंद्रहास दुबे द्वारा व ग्राम सभा में गांधी समाधि के लिए तय किए गए भूखंड पर वर्तमान में निर्माण जारी है।
यदि प्रशासन इससे इंकार करता है तो बसाहट में आए और बताए कि गांधी स्मारक के लिए कहां भूखंड छोड़ा गया है। प्रभावितों का कहना है कि हमारे पास पर्याप्त दस्तावेज हैं जो बताते हैं कि गांधी स्मारक के लिए आवंटित स्थल का कहां है।