बेंगलुरु |
कर्नाटक में सरकार की राजीव गांधी हाउज़िंग स्कीम में बड़े पैमाने पर अनियमितता का मामला उजागर हुआ है। इस घोटाले में 500 करोड़ रुपए की अनियमितता का खुलासा हुआ है। गरीबों और बेघरों के लिए शुरू हुई इस स्कीम का फायदा अमीर उठा रहे हैं। स्कीम के तहत हो रहे गड़बड़झाले का खुलासा 12 वर्षों के बाद हुआ है।
राज्य सरकार के द्वारा झोपड़ी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शुरू हुए राजीव गांधी हाउजिंग स्कीम कार्यक्रम अमीरों के लिए सोने की बिस्किट के जैसा साबित हुआ है। इस स्कीम के तहत हर एक लाभार्थी को एक लाख रुपए का ग्रांट मिलता है। इसलिए कई लोगों ने नकली प्रोफाइल बनाकर इसका लाभ उठाया।
सरकार हर साल इस तरह की हाउज़िंग स्कीमों से गरीबों के लिए घर एलॉट करती है, लेकिन इतने साल के बाद भी योजना का लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है। सरकारी खजाने को इस वजह से 500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इस मामले में जांच शुरू हो चुकी है और दोषियों के खिलाफ आपराधिक ऐक्शन लिया जाएगा।