लखनऊ |
समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को ‘अनुभवहीन’ और ‘अव्यावहारिक’ करार देते हुए कहा कि सरकार उनके दबाव में ‘तुगलकी फरमान’ जारी कर रही है।
यादव ने राज्यसभा में किसानों की आत्महत्याओं की घटनाओं में वृद्धि के मामलों पर अल्पकालिक चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि एक मंत्री के कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। उनके प्रभाव में सरकार तुगलकी फरमान जारी रही है। इनसे किसानों को अपने पशुओं से और खेतों से नुकसान उठाना पड़ता है। जब यादव ने यह मामला उठाया तो गांधी सदन में मौजूद नहीं थी।
सपा सदस्य ने कहा कि सरकार के आदेश के कारण किसान अपने खेतों की तारबंदी नहीं कर पा रहा है। खुले में घूमते मवेशी और जंगली जानवर फसल बरबाद कर देते हैं। उसे पुलिस पकड़ कर ले जाती है। वह अपने गाय-भैंस के बछड़ों और कटड़ों को नहीं बांध पाते हैं। ये दुधारु पशुओं का दूध पी जाते हैं। इससे भी किसान को नुकसान हो जाता है।
यादव ने बताया कि जिस किसान ने पिछले साल अपने खेत से 235 क्विंटल दाल की उपज ली थी, उसी खेत से उसे इस साल केवल 35 क्विंटल दाल की उपज मिली है। इस किसान का कहना है कि उसकी फसल को आवारा पशु और जंगली जानवरों ने बरबाद कर दिया। गौरतलब है कि गांधी पशुओं के अधिकारों के लिए संघर्ष करती रही है। इसके लिए उन्होंने कई बार सरकार को पत्र लिखा है।