जबलपुर।
सुरक्षा संस्थान जीसीएफ में सोमवार से सीबीआई दिल्ली की टीम ने स्वदेशी तकनीक से निर्मित धनुष तोप (155एमएम/45 कैलिबर गन) में जर्मनी के बजाए चीन के वायर रेस रोलर बेयरिंग लगाने की जांच शुरू कर दी है। निर्माणी में सुबह 10 से शाम 4 बजे तक सीबीआई टीम धनुष सेक्शन में मौजूद रही।
सीबीआई टीम ने धनुष तोप बनाने के लिए मेड इन जर्मनी बेयरिंग की खरीदी के रिकॉर्ड (दस्तावेजों) की जांच के दौरान ही 2 कर्मचारियों से सामान्य पूछताछ भी की। जीसीएफ में सीबीआई की टीम मंगलवार को आने की खबर ती लेकिन वह एक दिन पहले ही यहां पहुंच गई।
जीसीएफ में बनाई गई धनुष तोप के 2 प्रकरणों में एक साथ जांच चल रही है। पहले मामले में इस तोप का पोखरण रेंज में सैन्य परीक्षण के दौरान ही मजल क्रेक होने की सैन्य अमला और निर्माणी के वरिष्ठ अधिकारी जांच कर रहे हैं। जबकि दूसरे मामले में धनुष तोप में जर्मनी के बजाए चीन में निर्मित वायर रेस रोलर बेयरिंग लगाए जाने के प्रकरण की सीबीआई दिल्ली जांच कर रही है।
हालांकि जीसीएफ में सीबीआई दिल्ली की टीम निर्माणी के जीएम एसके सिंह के साथ यहां पहुंची। सीबीआई ने धनुष सेक्शन का निरीक्षण किया। सुबह 11.30 बजे खरीदी के सभी दस्तावेजों को अपने संरक्षण में ले लिया। इसके बाद सीबीआई टीम ने निर्माणी के धनुष प्रोजेक्ट पर काम करने वाले 2 कर्मचारियों से धनुष तोप में देशी और विदेशी सामान कहां-कहां लगते हैं, की जानकारी ली।
इस दौरान धनुष तोप में जर्मनी के बजाए चीन में निर्मित वायर रेस रोलर बेयरिंग लगने से उसकी क्षमता पर असर संबंधी सवाल किए। यह कर्मचारी सीबीआई को सभी सवालों का सही-सही जवाब देने में नाकाम रहे। सीबीआई दिल्ली की टीम अब जीसीएफ में 2-3 दिन लगातार जांच करने ठहर सकती है।