लखनऊ |
केंद्रीय कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजीव प्रताप रूडी ने निजी क्षेत्र के आईटीआई की गुणवत्ता और मानक में गिरावट की बात स्वीकारते हुए आज कहा कि अगले 5 साल के दौरान उत्तर-प्रदेश में युवाओं का कौशल विकास करके रोजगार का जाल बिछा दिया जाएगा।
रूडी ने यहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ साझा प्रेस वार्ता में कहा, ‘निजी क्षेत्र के आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) में गुणवत्ता का ह्रास हुआ है। भारत सरकार बड़ी योजना के साथ काम कर रही है। सरकारी आईटीआई के साथ साथ निजी आईटीआई मानक और गुणवत्ता पर खरे उतरें, इसके लिए हर तरह का वित्तीय एवं प्रशासनिक सहयोग प्रदान किया जाएगा।
रूडी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2300 निजी क्षेत्र के आईटीआई हैं। इनकी गुणवत्ता पर जोर दिया जाएगा। प्रदेश में अगले तीन से पांच वर्षों में सभी जिलों में आईटीआई खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि एनसीवीटी (नेशनल सर्टिफिकेट ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग) की मान्यता शिक्षा केन्द्रों को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अब जो भी संस्थान मानक के अनुसार गुणवत्ता युक्त होंगे, वही चल पाएंगे। रूडी ने कहा कि निजी आईटीआई की गुणवत्ता खराब है, इसलिए ये अब नहीं खुल पाएंगे।