अहमदाबाद |
नंदलाल मेघानी, डॉ. विशनदास मनकानी और किशनलाला अडानी की खुशियों की खुशियों की कोई सीमा नहीं है। ये तीनों उन 114 पाकिस्तानी लोगों में से एक हैं, जिन्हें हाल ही में भारत की नागरिकता मिली है। इन सभी लोगों को शुक्रवार को भारत की नागरिकता का प्रमाण पत्र मिलेगा। जानें, भारतीय नागरिक बनने पर कैसे इन लोगों ने साझा कीं खुशियां और क्यों छोड़ा पाकिस्तान…
पाकिस्तान में अपराध की दर बहुत अधिक
हमारे सहयोगी अखबार अहमदाबाद मिरर से बात करते हुए घाटलोडिया में रहने वाले 50 वर्षीय नंदलाल मेघानी ने कहा, ’16 साल पहले पाकिस्तान के सिंध से मैं अपनी पत्नी और बेटी के साथ भारत आ गया था। भारत में नई शुरुआत करने के लिए वहां हमने अपना घर और बिजनस बेच दिया। हम भारत में आम लोगों की जिंदगी से प्रभावित थे और यहां आकर नागरिकता के लिए आवेदन कर दिया। भारत में शरण लेने की प्रमुख वजह पाकिस्तान में अपराध की उच्च दर है। यही नहीं लगातार बढ़ते आतंकवाद के चलते पाकिस्तान के हमारे मुस्लिम दोस्तों ने भी हमें भारत में शिफ्ट होने के लिए प्रेरित किया।’ मेघानी पाकिस्तान में ऑटो पार्ट्स का बिजनस करते थे।