जयपुर |
राजपूत वोटबैंक खिसकने के डर से राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर की सीबीआई जांच पर सहमति जताई है। राजपूत बिरादरी को राजस्थान में बीजेपी का परंपरागत वोटर माना जाता है, ऐसे में किसी भी नाराजगी से बचने के लिए प्रदेश सरकार ने यूटर्न लेते हुए डॉन के एनकाउंटर की जांच का फैसला लिया है। आनंदपाल को 24 जून को एनकाउंटर में मार गिराया गया था। इस एनकाउंटर के बाद राजस्थान में आंदोलन शुरू हो गए थे। गैंगस्टर के परिवार ने इसे फर्जी एनकाउंटर करार दिया था, इसके अलावा विपक्षी नेता भी इस पर सवाल खड़े करते हुए सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे।
इससे पहले प्रदेश सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन आंदोलनकारियों ने इसे खारिज कर दिया था। 12 जुलाई को आनंदपाल के अंतिम संस्कार से पहले उसके गृह जिले नागौर में लोगों की भीड़ हिंसक हो गई थी। पुलिस और आंदोलनकारियों में झड़प के दौरान एक व्यक्ति की गोलियां लगने से मौत हो गई थी, जबकि 16 पुलिसकर्मियों समेत तमाम लोग घायल हो गए थे। राजपूत समाज के लोगों को कहना था कि परिवार की ओर से सीबीआई जांच की मांग पूरी न होने तक शव लेने से इनकार कर दिया गया था। इसके बाद पुलिस ने जबरन आनंदपाल का अंतिम संस्कार कराया।