इंदौर।
क्राइम ब्रांच ने पीएचई के पाइप और हैंडपंप की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इसमें ठेकेदार और व्यापारी भी शामिल हैं। आरोपी अफसरों से सांठगांठ कर लाखों रुपए के माल की हेराफेरी करना कबूल रहे हैं। पुलिस विभाग की लापरवाही की जांच कर रही है।
एएसपी (क्राइम) अमरेंद्रसिंह के मुताबिक बुधवार रात सूचना मिली थी कि जूनी इंदौर थाना क्षेत्र स्थित लोहा मंडी में शासकीय माल से भरा हुआ ट्रक (एमपी 41जीए 1226) खड़ा है। पुलिस ने देर रात दबिश देकर आरोपी इजराइल शेख निवासी देवास, तफज्जुल शेख निवासी देवास, प्रशांत शाह निवासी सती गेट इंदौर और वीरेंद्रसिंह तंवर निवासी इंदौर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से 20 हैंडपंप सेट, 300 पाइप और 275 रॉड बरामद हुई हैं।
एएसपी के मुताबिक पूछताछ में आरोपी इजराइल शेख ने बताया कि वह करीब 15 सालों से देवास जिले में पीएचई में ठेकेदारी कर रहा था। विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र, आंगनवाड़ी, स्कूलों में हैंडपंप लगाए जाते हैं। रहवासी कई बार बोरिंग करवाकर हैंडपंप के स्थान पर मोटर लगा लेते हैं। इससे लाखों रुपए के पाइप बच जाते हैं। अफसरों से सांठगांठ कर वह सत्यापन करवा लेता है। बचे हुए पाइप नीलेश ट्रेडर्स के मालिक प्रशांत शाह को बेच देता है। हालांकि पुलिस को आशंका है कि कई स्थानों पर बोरिंग कराए ही नहीं गए या कम गहरे कर पाइपों की हेराफेरी की गई।
फर्जी बिलों पर साइन कर लगा रहे थे लाखों की चपत
पूछताछ में आरोपियों ने पीएचई अफसरों की पोल खोल दी। आरोपी वीरेंद्र ने बताया वह प्रशांत का मुनीम है। आरोपी इजराइल, हैंडपंप के स्थान पर मोटर लगाकर पाइप की हेराफेरी करता था। अफसर भी कमीशन लेकर भौतिक सत्यापन कर बिल स्वीकृत कर देते थे। क्राइम ब्रांच द्वारा आरोपियों की सूचना देने पर विभाग में हड़कंप मच गया। गुरुवार को अफसरों ने हैंडपंप के लिए अलॉट किए गए पाइप का ऑडिट शुरू कर दिया।