लखनऊ |
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में बजट पर चली चर्चा का जवाब देते हुए कानून व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी पर बड़ा हमला किया। योगी ने कहा कि मैं रोज देखता हूं, कानून व्यवस्था को लेकर विधानसभा में हंगामा होता है। कुछ देर के लिए सदन से वॉकआऊट किया जाता है, फिर चले आते हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की बात करें तो हमारी सरकार बनने के बाद से शत-प्रतिशत एफ.आई.आर. दर्ज हो रही हैं। जो एफ .आई.आर. दर्ज नहीं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
रायबरेली में 5 लोगों की जघन्य हत्या पर मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या इस मामले में दोनों ही पक्ष समाजवादी पार्टी का हिस्सा नहीं थे? उन्होंने कहा कि जो दोषी है, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। चाहे वह कोई भी हो।उन्होंने ऐलान किया कि जल्द ही उत्तर प्रदेश सरकार ऐसा सख्त कानून लाने जा रही है जिसमें दोषी के साथ ही उसे संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी।
योगी 1 घंटा 36 मिनट के दिए अपने भाषण में काफी आक्रामक दिखे। उन्होंने सपा पर तीखे वार किए। उनका कहना था कि बसपा विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा कह रहे थे कि फाइलें जलाई गईं। वास्तव में भर्तियों में यही हुआ। पुलिस भर्तियों में व्यापक धांधली की गई। 3 वर्ष में डेढ़ लाख पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी। इसी वर्ष 33 हजार करेंगे जिसमें 3 हजार उपनिरीक्षक और 30 हजार सिपाहियों की भर्ती होगी। भर्ती पूरी तरह पारदर्शी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 वर्षों में जितनी भी नियुक्तियां हुईं सब पर अंगुली उठी। क्योंकि नियुक्तियां करवाने वालों की नीयत साफ नहीं थी। युवाओं को उनके हक से वंचित किया गया। नेता विरोधी दल और सपा के वरिष्ठ नेता राम गोविन्द चौधरी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग वित्त विहीन विद्यालय के शिक्षकों को उकसाकर बवाल मचवाते हैं। शिक्षक भर्ती नहीं हुए तो इसके दोषी आप हैं, मेरी सरकार नहीं। मुझे आए तो अभी 4 महीने ही हुए हैं। उनके माध्यम से आप लोग अराजकता फैला रहे हैं।उन्होंने कहा कि सरकार यदि वित्तीय मदद देगी तो विद्यालय का अधिग्रहण करना होगा। यह प्रबंध तंत्र के स्वायत्तता में हस्तक्षेप है। आप लोग शिक्षितों को क्यों भिखमंगा बना रहे हैं। उनकी सरकार तो युवाओं को स्वावलम्बी बनाना चाहती है।