मंदसौर।
पुलिस द्वारा जारी फरार आरोपियों की सूची मजाक बन गई है। नईदुनिया की जांच में सूची की खामियां लगातार सामने आ रही हैं।
पुलिस ने छह साल से बिस्तर में पड़े व्यक्ति को फरार की सूची में डाल उस पर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया है। एक आरोपी एनडीपीएस एक्ट में बरी हो चुका है, लेकिन पुलिस उसे फरार बता रही है।
2 जुलाई को थाने में हाजिरी देने वालों को भी 5 जुलाई की सूची में फरार घोषित कर दिया है। ये गड़बड़ियां पिपलियामंडी थाने की हैं।
महकमे के आला अधिकारी गलतियां करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के मूड में ही नहीं लगते। बुधवार को मार्च से जेल में बंद आरोपी को फरार बताने और उस पर 5 हजार का इनाम घोषित का मामला सामने आया था।
अब पिपलियामंडी थाने में फरार घोषित 4 और नामों का खुलासा हुआ है। इनमें सबसे दिलचस्प ग्राम खेड़ा खदान के बद्रीलाल पिता नानूराम का है। उस पर पुलिस ने किसान आंदोलन के दौरान तोड़-फोड़, आगजनी, बलवे के मामले में प्रकरण दर्ज कर फरार घोषित किया है।
साथ ही 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है। हकीकत यह है कि 2011 में बांसवाड़ा के पास सड़क हादसे में बद्रीलाल के पैरों और रीढ़ की हड्ड्ी में गंभीर चोटें आई थी। उसके कमर के नीचे का हिस्सा काम ही नहीं करता।
इसी तरह पुलिस सूची में से दो अतुल उर्फ अजय पिता सुरेशचंद्र पाटीदार निवासी नारायणगढ़ और लच्छीराम पिता औंकारलाल लोहार निवासी सनावदा तो हर माह के पहले रविवार को थाने पर हाजिरी देने पहुंचते हैं।
उन्होंने 4 जून और 2 जुलाई को भी पिपलियामंडी थाने पर हाजिरी दी थी। वहां की सील और हस्ताक्षर इसके प्रमाण हैं। बावजूद इसके 5 जुलाई को जारी फरार आरोपियों की सूूची में दोनों के नाम शामिल हैं।
दोनों पर 5-5 हजार रुपए के इनाम रखे गए हैं। अजय पाटीदार ने बताया कि 12 जुलाई को पुलिस के विशेष दल ने उसे पकड़ लिया था, लेकिन थाने पर जमानत के कागज देखकर छोड़ दिया।