इंदौर।
बड़े कारोबारियों के बैंक खातों से लाखों रुपए उड़ाने वाली गैंग का सरगना कंपनी की तरह गिरोह को ऑपरेट करता है। उससे जुड़े ठगों को काम के मुताबिक हर महीने वेतन और टीए-डीए दिया जाता है। उसका नेटवर्क पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा से लेकर जम्मू कश्मीर तक फैला हुआ है।
यह खुलासा पुलिस रिमांड पर चल रहे एक आरोपी ने किया है। पुलिस सरगना सहित 9 लोगों की तलाश कर रही है। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक, पुलिस ने 24 परगना (पश्चिम बंगाल) निवासी विप्लव पॉल को 12 लाख की धोखाधड़ी के आरोप में हिसार (हरियाणा) से गिरफ्तार किया है। इसने दो महीने पहले कैट रोड निवासी कारोबारी अनुज उपाध्याय के खाते से ऑनलाइन 12 लाख रुपए निकाल लिए थे। पूछताछ में विप्लव ने बताया कि गिरोह का सरगना कोलकाता का सागर है।
वह तो सिर्फ फर्जी आवेदन तैयार कर डुप्लीकेट सिम लेने जाता था। इसके बदले हर महीने 5 हजार रुपए सैलरी, ठहरने व आने-जाने की टिकट मिलती थी। कंपनी में कृष्णा, पप्पू जाधव, रोहन जाधव, संतोष साहू, रघुनाथ दास, सुमित राय, अपूर्वलाल साहू और सुरेश साहू भी नौकरी करते हैं। सबको काम के हिसाब से रुपए दिए जाते हैं। आरोपी को 27 जुलाई तक रिमांड पर लिया गया है।