मुंबई |
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बार फिर दोहराया है कि कृषि कर्ज माफी का लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिनकी आजीविका केवल खेती पर आधारित होगी। उन्होंने यह बात रविवार को अपने साप्ताहिक प्रसारण ‘मी मुख्यमंत्री बोलतोय’ में कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि कर्ज माफी में 10 लाख से ज्यादा का आर्थिक लेन-देन करने वालों को कर्ज माफी न देने की शर्त इसलिए जोड़ी गई है, क्योंकि इतने लेन-देन का मतलब यही होता है कि उनके पास खेती के अलावा अन्य पूरक व्यवसाय भी हैं। उन्होंने कहा, ‘सरकार किसानों को कम ब्याज पर कर्ज उपलब्ध कराने की कोशिश कर रही है। जो किसान एक लाख रुपये तक कृषि कर्ज लेते हैं, उन्हें बिना ब्याज का कर्ज मिलता है। एक से तीन लाख रुपये तक के कर्ज पर दो प्रतिशत ब्याज देना होता है। सरकार इससे भी कम दर पर ब्याज उपलब्ध कराने की योजना पर विचार कर रही है।’