लखनऊ |
उत्तर प्रदेश विधानसभा के मुख्य हाल में मिले विस्फोटक पदार्थ के बाद चेकिंग अभियान तेज कर दिया गया है। हर स्तर पर जांच एजेंसियां विधानसभा भवन की निगरानी कर रही हैं। इसी के मद्देनजर शुक्रवार की रात और शनिवार को एटीएस की टीम ने विधानसभा के सिक्युरिटी इंतजामों की जांच की जिसमें एक बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल विधानसभा में लगे कुल 100 सीसीटीवी कैमरों में से 94 खराब पाए गए हैं। इतना ही नहीं पता चला कि सदन के अंदर लगे 6 कैमरों को सेशन शुरू होने से महज आधे घंटे पहले ही चालू किया जाता है। छह कैमरों में पांच लाइव करते हैं, जबकि एक ही कैमरा रिकार्डिंग के लिए रखा जाता है।
सदन के अंदर लगे कैमरों को रखा जाता है बंद
एटीएस की जांच में शनिवर को विधानसभा की सुरक्षा में हो रही बड़ी चूक का सामने आई है। जांच में पता चला है कि सदन के अंदर लगे कैमरों को बंद रखा जाता है, जबकि सुरक्षा के लिहाजा से कैमरों को 24 घंटे चालू रहना चाहिए। अंदर लगे छह कैमरों को सेशन शुरू होने से महज आधा घंटे पहले ही शुरू किया जाता है। उससे पहले सदन के अंदर कौन आया, कौन गया इस बात की जानकारी इन कैमरों से नहीं हो सकती। यही वजह है कि एक्सप्लोसिव मिलने के तीन दिन बीत जाने के बाद भी एटीएस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। सूत्रों का कहना है कि उसे कुछ फैक्ट्स हाथ जरूर लगे हैं, जिनके सहारे वह मामले की तह तक जाने में लगी है।