भोपाल।
मनरेगा में अभी तक काम नहीं होने के बावजूद भुगतान करने, माप गलत लेने, मजदूरी देने में फर्जीवाड़ा करने के आरोप लगते आए हैं पर पहली बार दोहरे भुगतान (डबल पेमेंट) का मामला सामने आया है। रायसेन के उदयपुरा सहित छह विकासखंडों की जनपदों में 11 लाख रुपए से ज्यादा का दोहरा भुगतान कर दिया गया। जांच में ये गड़बड़ी प्रमाणित भी हो गई है पर विधानसभा को जवाब में गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। मैदानी स्तर से जो जवाब बनकर आ रहे हैं, उसमें गड़बड़ी के सवाल को ही सिरे से खारिज किया जा रहा है।
चूंकि मामला प्रमाणित हो चुका है, लिहाजा मंत्री गोपाल भार्गव ने भी गलत उत्तर विधानसभा में देने से इनकार कर दिया है और विभाग से दोषी अफसरों के नाम मांगे हैं। जुलाई में होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र में उन्हें जवाब प्रस्तुत करना है।
उधर, मंत्री की आपत्ति को देखते हुए आयुक्त मनरेगा जीवी रश्मि ने कमिश्नर भोपाल से पूरे मामले में जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के प्रस्ताव मांग लिए हैं।