भोपाल।
प्रदेश में भले ही किसानों द्वारा लगातार आत्महत्याएं करने के मामले सामने आ रहे हों, लेकिन मप्र आत्महत्या दर में देश में 12वें नंबर पर है। इस मामले में कई समृद्धशाली प्रदेशों की स्थिति मप्र से खराब है। केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु जैसे राज्यों में आत्महत्या दर यहां से ज्यादा है।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक देशभर में पुड्डुचेरी में सबसे ज्यादा लोग आत्महत्या करते हैं। यहां एक लाख में से 43 लोगों ने आत्महत्या की, जबकि मप्र में एक लाख में से 13 लोगों ने मौत को गले लगाया।
हालांकि कुल आत्महत्या के मामलों में मप्र देश में पांचवें नंबर पर है। फिर भी आत्महत्याओं के प्रतिशत के मामले में मप्र से आगे महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक आते हैं। देश में कुल आत्महत्याओं में से महाराष्ट्र के 12.7, तमिलनाडु के 11.8, पश्चिम बंगाल के 10.9 और कर्नाटक के 8.1 प्रतिशत लोगों ने आत्महत्या की, जबकि मप्र के 7.7 प्रतिशत लोगों ने यह कदम उठाया।