नई दिल्ली |
लाइन ऑफ कंट्रोल पर भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले बार्टर ट्रेड (चीजों के लेनदेन से जुड़ा कारोबार) के जरिए टेरर फंडिंग को बढ़ावा मिल रहा है। नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की जांच में यह बात सामने आई है। एजेंसी ने लेटर लिखकर सरकार को सिफारिश की है कि इस कारोबार पर तुरंत रोक लगाई जाए।
एजेंसी से जुड़े सूत्रों ने कहा कि एलओसी पर दोनों देशों के बीच होने वाले कारोबार का बड़े पैमाने पर टेरर फंडिंग और जम्मू-कश्मीर में अशांति भड़काने से जुड़ी गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहा है। एनआईए के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि इस बार्टर ट्रेड का असल मकसद पूरा नहीं हो रहा। बता दें कि 2008 में दोनों देशों के बीच भरोसा बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों के तहत इसकी शुरुआत हुई थी। सलामाबाद और चकन दा बाग सीमा चौकी पर इस पहल की शुरुआत की गई थी, जिसके तहत 21 आइटम्स का ड्यूटी फ्री लेनदेन होता है। ये प्रॉडक्ट्स कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर के होते हैं।