चंडीगढ़ |
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब कन्वीनर भगवंत मान ने शराब पीने की लत के आरोप लगाने वालों को करारा जवाब दिया है। मान ने कहा कि मैं क्या खाता हूं, क्या पीता हूं, लेकिन मैं इनकी तरह जनता का खून तो नहीं पीता।
मान की निजी जिंदगी पंजाब का मसला नहीं
एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान मान ने कहा कि मेरे खिलाफ मनघडंत बातें बनाई जाती है। कुछ मिलता नहीं है, न करप्शन का चार्ज, न इनकम टैक्स का न विदेश दौरे का। इसलिए अब कहने लगे कि यह खाता है यह पीता है, ये पंजाब के मसले नहीं हैं। भगवंत मान की निजी जिंदगी पंजाब का मसला नहीं है। पंजाब के मसले कहीं बड़े हैं लेकिन मैं इनकी तरह जनता का खून तो नहीं पीता। साथ ही मान ने कहा कि लोगों को मेरे काम से जवाब मिलेगा।
घुग्गी की मदद करने का मिला सिला
बता दें कि घुग्गी के इस्तीफे के मान ने कठोर शब्दों में बयान दिया था। मान ने कहा थआ कि जिस समय पार्टी हाईकमान ने गुरप्रीत को पार्टी में शामिल करने का फैसला किया था उस समय उन्होंने उनका समर्थन किया था। इतना ही नहीं मान ने कहा कि मतदान दौरान घुग्गी ने पार्टी हाईकमान से अपनी मनपसंद सीट मांगी थी जबकि उनको पार्टी ने सबसे मुश्किल सीट पर चुनाव मैदान में उतारा था। बावजूद इसके उन्होंने अपने जिले जलालाबाद की 3 रैलियां छोड़कर घुग्गी के लिए प्रचार किया था। मान ने कहा कि उन्होंने हर समय घुग्गी की मदद की । अब उनको की गई मदद का सिला मिल रहा है। मान ने कहा कि गुरप्रीत घुग्गी आम आदमी पार्टी में सिर्फ सत्ता के लिए आए थे। अब जब पार्टी ने उनसे पद छीन लिया तो घुग्गी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।