नई दिल्ली |
महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में शिवसेना पार्षद के घर पर बैठकर 26 इंजीनियरिंग छात्र दोबारा परीक्षा दे रहे थे जिन्हे पुलिस ने गुप्त सूचना मिलने के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। वह सभी छात्र एक ही संस्थान में पढऩे वाले दूसरे वर्ष के छात्र थे। जो कि 2 मई को हो चुकी परीक्षा का पेपर दोबारा देने की कोशिश कर रहे थे।
पुलिस कमिश्नर यशस्वी यादव ने इस मामले में बताया कि पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी जिसमें बताया गया था कि कुछ छात्र शिवसेना पार्षद सीताराम सुरे के घर पर परीक्षा दे रहे है। इसके बाद पुलिस की टीम ने वहां पर छापेमारी की। जहां से सुरे के घर पर सांई इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल ट्रेड के दूसरे वर्ष के पेपर देते हुए कपड़े गए।
इतना ही नहीं उन 26 छात्रों में से एक शिवसेना पार्षद का बेटा किरण सुरे था। दरअसल उन्होंने 2 मई को होने वाली इसी विषय की परीक्षा में उत्तर वाली पुस्तक नहीं खोली थी। जिसके चलते ही इसी पेपर को छात्र शिवसेना पार्षद के घर पर कॉलेज प्रोफेसर की मदद से दोबारा लिख रहे थे।
क्राइम ब्रांच के मधुकर सांवत ने बताया कि काम एक बड़े चीटिंग रैकेट का छोटा हिस्सा हो सकता है। जिसमें अब तक 33 लोग हो चुके है। इस बारे में फिलहाल यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी। साथ ही सभी आरोपियों को गुरूवार को अदालत में पेश किया जाएगा। जिसमें तीन कॉलेज कर्मचारी और 2 प्रोफेसर भी शामिल है।