नई दिल्ली |
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने दो जवानों के साथ बर्बरता पर कड़ी नाराजगी जताते हुए आज कहा कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया जाना चाहिए और सेना को इसके लिए पूरे अधिकार मिलने चाहिए। पासवान ने कहा कि कश्मीर की स्थिति पूर्व की तुलना में काफी खराब हुई है और पाकिस्तान के सुरक्षाकर्मी जिस प्रकार की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई कर रहे है उससे साफ हो गया है कि अब बातचीत से समस्या का समाधान करने के बजाय पडोसी देश को उसी की भाषा में जवाब दिया जाए।
उन्होंने कहा कि कश्मीर समस्या का समाधान पाकिस्तान से बातचीत से नहीं हो सकता। पहले की तुलना में कश्मीर की स्थिति में बड़ा बदलाव आया है और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद तथा पत्थरबाजी की घटना के लिए बच्चों का इस्तेमाल ढाल के रूप में किया जा रहा है जिसके कारण सैनिक शहीद हो रहे है। उन्होंने कहा कि कश्मीर को लेकर अब रूख में बदलाव लाकर सेना को अधिकार दिये जाने की जरूरत है ताकि वह पाकिस्तान को जैसा का तैसा जवाब दे सके। पासवान ने कहा कि कश्मीरी हमारे भाई है और वह उतने ही देशभक्त है जितना हम है। भगत सिंह और अशफाकुल्लाह खान ने देश की आजादी के लिए शहादत दी थी।
उन्होंने कहा कि पूर्व में उन्होंने अलगाववादी नेता मीर वाइज उमर फारूक, सैयद अली शाह गिलानी और यासीन मलिक से अलग-अलग मुलाकात की थी लेकिन उस समय की स्थिति और अब की स्थिति में बहुत बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद की समस्या है और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद भी है। सेना को इस प्रकार का अधिकार मिलना चाहिए की जिस प्रकार की पाकिस्तान की कार्रवाई हो उसी प्रकार का जवाब उसे दे।