लखनऊ।
आतंकवाद के विरुद्ध अभियान में सुरक्षा एजेंसियों को एक पखवारे के अंदर दूसरी बड़ी सफलता मिली है। यूपी और महाराष्ट्र एटीएस(आतंकवाद निरोधक दस्ते) ने बुधवार को एक संयुक्त ऑपरेशन में बड़े नेटवर्क को ध्वस्त किया है। टीम ने मुंबई और फैजाबाद से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के दो संदिग्ध एजेंटों को गिरफ्तार किया है।
फैजाबाद से गिरफ्तार एजेंट का नाम आफताब अली बताया जा रहा है। वह भारतीय नागरिक है लेकिन पाकिस्तान में जासूसी का प्रशिक्षण ले चुका है। उसके पास से सैन्य क्षेत्रों के ढेरों नक्शे, मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
उससे मिली जानकारी पर कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ हो रही है। फैजाबाद में आईएसआई एजेंट के सक्रिय होने का इनपुट मिलने पर सैन्य खुफिया इकाई, यूपी इंटेलीजेंस और एटीएस अधिकारियों ने संयुक्तरूप से अभियान शुरू किया।
वहीं मुंबई से गिरफ्तार अल्ताफ नाम का आरोपी हवाला कारोबारी है और आईएसआई एजेटों के लिए पैसों का इंतजाम करता था। आरोप है कि उसे हवाला के माध्यम से आईएसआई पैसे भेजती थी।
बुधवार को एटीएस ने फैजाबाद के ख्वासपुरा निवासी आफताब अली को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अली ने खुलासा किया कि वह पाकिस्तान जाकर आईएसआई के अधिकारियों से जासूसी का प्रशिक्षण ले चुका है। पाकिस्तानी उच्चायोग के कुछ अधिकारियों के संपर्क में था।
इसके ठोस साक्ष्य एटीएस अधिकारियों को मिले हैं। उसके पास से बरामद मोबाइल फोन को विशेषज्ञ परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। सूत्रों का कहना है कि आफताब से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है।
हालांकि, एटीएस के आइजी असीम अरुण ने एक संदिग्ध को हिरासत में लेने की तस्दीक करते हुए संकेत दिया है कि कुछ और लोगों की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। आफताब कब से जासूसी कर रहा था और उसने अब तक कितनी सूचनाएं अपने आकाओं तक पहुंचाई, इसकी पड़ताल चल रही है।