इंदौर।
समाज में लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या के अपराध को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने शहर और जिले के सभी सोनोग्राफी और एमटीपी सेंटरों पर निगरानी के लिए एक्टिव ट्रैकर डिवाइस लगा दिए हों लेकिन अब गर्भपात के अवैध ठिकाने सामने आ रहे हैं। हाल ही में शहर के एरोड्रम क्षेत्र की धर्मराज कॉलोनी में अवैध तरीके से गर्भपात कराने वाली दो नर्सों के पकड़ाने के बाद ‘नईदुनिया’ की पड़ताल में यह सामने आया है।
बताया जाता है कि आजाद नगर और मूसाखेड़ी में भी कुछ नर्स और डॉक्टर अवैध तरीके से गर्भपात कराने का काम करते हैं। एरोड्रम क्षेत्र में कुछ समय पहले शुरू हुए एक निजी अस्पताल की गतिविधियां भी इस मामले में संदिग्ध हैं। पुलिस के हत्थे चढ़ी दोनों नर्स सेवालय अस्पताल के अलावा इस नए अस्पताल में भी जाती थीं। इस अस्पताल ने मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (एमटीपी) एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन भी नहीं लिया है।
आजाद नगर में एक छोटे से कमरे में दो महिलाएं भी अवैध रूप से गर्भपात करवाती हैं। ये सब मिलकर किसी गिरोह का हिस्सा भी हो सकते हैं। जिला प्रशासन की पीसी एंड पीएनडीटी समिति को भी उनके नेटवर्क से यह खबरें मिल रही हैं। इस पूरे मामले में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति ये है कि स्वास्थ्य विभाग के अफसर बेखबर बने हुए हैं।