इंदौर।
मप्र लोकसेवा आयोग (पीएससी) द्वारा ली गई राज्यसेवा परीक्षा-2017 के रिजल्ट में हो रही देरी पर उम्मीदवारों की घबराहट बढ़ती जा रही है। मुख्य परीक्षा के तीन महीने बाद भी रिजल्ट के पते नहीं है। गुरुवार को इस परीक्षा की कॉपियां जलने की खबर तेजी से फैली।
न्यूज चैनल के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल हुए संदेश पर अभ्यर्थियों ने भी भरोसा कर लिया। शाम को पीएससी ने घटना से इनकार करते हुए इसे कोरी अफवाह करार दिया। हालांकि रिजल्ट की तारीख अब भी स्पष्ट नहीं की।
पीएससी द्वारा राज्यसेवा परीक्षा-2017 में पदों से लेकर रिजल्ट में भी बार-बार बदलाव करने का रिकॉर्ड बनाया है। राज्यसेवा परीक्षा के जरिए डिप्टी कलेक्टर से लेकर डीएसपी, नायब तहसीलदार व तमाम प्रशासनिक सेवाओं के पदों पर नियुक्तियां दी जाती है।
बीते साल 5 दिसंबर को आयोग ने परीक्षा का विज्ञापन जारी किया था। प्रारंभिक विज्ञापन में कुल महज 190 पदों पर भर्ती की घोषणा हुई थी। इसके बाद दो बार पदों की संख्या में संशोधन किया गया। 12 फरवरी को प्रारंभिक परीक्षा ली गई।
इस परीक्षा के होने के बाद और रिजल्ट के पहले पीएससी ने तीसरी बार पद बढ़ा दिए और आखिरकार पदों की कुल संख्या 507 कर दी गई। उम्मीदवार हैरान थे क्योंकी पहले कम पद देखकर कई लोगों ने आवेदन नहीं किया था। इस सबसे आगे जाते हुए पीएससी ने प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट 31 मार्च को जारी किया।