इंदौर ।
इंदौर विदेशी ब्रांड की नकली सिगरेट और डुप्लीकेट गुटखे के कारोबार का गढ़ बन चुका है। फरवरी में छत्तीसगढ़ में पकड़ी गई गुटखा फैक्टरी से लेकर हाल ही में राजस्थान के बांसवाड़ा में पकड़े गए तस्करों के तार भी इंदौर से जुड़ रहे हैं। शहर के पुराने और सघन व्यापारिक क्षेत्रों के कारोबारी हर महीने करोड़ों के टैक्स का चूना भी इस कारोबार के जरिए सरकार को लगा रहे हैं।
पिछले महीने केंद्रीय उत्पाद खुफिया महानिदेशालय (डीजीसीईआई) और राजस्व गुप्तचर निदेशालय (डीआरआई) की टीमों ने राजस्थान के बांसवाड़ा में नकली गुटखा और सिगरेट बनाने की फैक्टरी पकड़ी थी। वहां की फैक्टरी इंसाफ अली नामक शख्स चला रहा था। अली के तार इंदौर के विवेक वटरवाल नामक शख्स से जुड़े। पहले वटरवाल को तस्करी गिरोह का मुखिया माना जा रहा था। अब पता चल रहा है कि ये सभी मोहरे हैं। इनके नाम पर शहर के कुछ लोग इसी तरह सिगरेट-गुटखा तस्करी के गिरोह चला रहे हैं।