इंदौर।
खान और सरस्वती नदी के बदहाल घाटों और स्टॉप डैम को साफ-सुथरा बनाने के लिए नगर निगम ने कमर कसी है। संभवतः यह पहला मौका है जब एकसाथ दोनों नदियों के इर्द-गिर्द कीचड़-गाद में दबे घाटों और जर्जर स्टॉप डैम की तलाश के लिए विशेष अभियान छेड़ा जा रहा है। काम शुरू करने से पहले 15 दिन तक निगम की टीम दोनों नदियों के किनारों की टोह लेकर गाद में दबे घाटों को तलाशेगी। इस सर्वे के बाद घाटों की गाद हटाने और साफ-सफाई के लिए बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा।
ये निर्देश महापौर मालिनी गौड़ ने सोमवार को नाला टैपिंग की समीक्षा के दौरान नगर निगम अफसरों को दिए। नौलखा पुल के नीचे घाट की सफाई के बाद वहां झरना और खूबसूरत दृश्य दिखने लगा है। इसी से प्रेरणा लेते हुए महापौर ने खान और सरस्वती नदी के सभी घाटों को पुराने स्वरूप में लाने के निर्देश दिए हैं। महापौर ने अफसरों को निर्देश दिए कि खान और सरस्वती के सभी स्टॉप डैम और घाटों को पुरानी सूरत में लाया जाए। नदियों के बीच बने स्टॉप डैम का सर्वे कर जरूरत मुताबिक मरम्मत के निर्देश दिए। महापौर ने अफसरों को विशेष रूप से ध्यान रखने को कहा है कि स्टॉप डैम के स्वरूप से किसी तरह की छेड़छाड़ न करते हुए उनकी मरम्मत की जाए। जो घाट दब चुके हैं, वहां की गाद निकालकर सफाई की जाए और अतिक्रमण हटाया जाए।