इंदौर।
शहर के विकास की जिम्मेदारी निभाने वाला आईडीए अपनी ही पुरानी स्कीमों को समाप्त करने की तैेयारी में जुटा है। इसकी शुरुआत बायपास पर वर्षों पहले लागू की गई स्कीम-175 से हो रही है। 550 एकड़ में यह शहर की सबसे बड़ी स्कीम थी। इसके अलावा स्कीम-170 भी समाप्त होने के कगार पर है। यहां 100 एकड़ में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनना था, लेकिन सात साल से कुछ नहीं हुआ। इन दोनों स्कीमों को लेकर आईडीए ने सरकार से अभिमत मांगा है। साथ ही इसका प्रस्ताव भी बोर्ड बैठक में रखने की तैयारी है।
नए भूमि अधिग्रहण नियम के बाद आईडीए को पुरानी स्कीमों में न तो जमीन मिली है और न ही वह विकास कर रहा। स्कीमों में जिन लोगों की जमीनें हैं, वे नए अधिनियम के हिसाब से तिगुना मुआवजा मांग रहे हैं, जबकि आईडीए की माली हालत खस्ता है। उधर सरकार भी ज्यादा मुआवजा नहीं देना चाहती, इसलिए पुरानी स्कीमों को खत्म करने के लिए सरकार ने भी आईडीए को कहा है।