भोपाल।
पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा धार्मिक यात्रा होते हुए भी राजनीतिक रंग लेगी। वजह है 2018 में होने वाले विधानसभा के चुनाव। सिंह ही नहीं, प्रदेश कांग्रेस के नेता इसे निजी धार्मिक यात्रा बता रहे हैं, लेकिन परिक्रमा के प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों से गुजरने से राजनीतिक माहौल गरमाने के आसार हैं। परिक्रमा का मप्र का रूट प्लान लगभग तैयार है और शेष मार्ग की प्लानिंग चल रही है। इसमें रोजाना कन्या भोज के कार्यक्रम होंगे, जिनसे सीधे-सीधे महिला मतदाताओं से जुड़ाव होगा।
दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा के रूट की अभी योजना बनाई जा रही है। जानकारी के मुताबिक 29 सितंबर को सिंह झोतेश्वर में शंकाराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी से आशीर्वाद लेंगे और 30 सितंबर को नरसिंहपुर के बरमान घाट पहुंचे। बरमान घाट से परिक्रमा शुरू होगी, जो होशंगाबाद जिले से हरदा, बड़वानी होकर महाराष्ट्र-गुजरात में प्रवेश करेगी। परिक्रमा का रूट अभी बड़वानी तक का बना है। यह नर्मदा परिक्रमा 3300 किलोमीटर की होगी, जिसका समापन बरमान घाट पर ही होगा। परिक्रमा को पूरा होने में करीब छह महीने लगेंगे।